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प्रेम विवाह में आ रही रुकावट को दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय Love Marr...

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www.panditinindia.com गुरु अरविन्द जी  चमत्कारी टोने टोटके दोस्तों हमारे यूट्यूब चैनल गुरु अरविन्द जी को लाइक शेयर सब्सक्राइब करे और घंटी का बटन बेल्ल आइकॉन को दबाये जो हम आपके लिए और नयी नयी वीडियो ला सके। किसी भी उपाए को करने से पहले गुरु जी से अवश्य पूरी जानकरी लेने के बाद करे।   दोस्तों आप किसी भी राशि का राशिफल देखना चाहते है तो आप हमारे यूट्यूब चैनल गुरु अरविन्द जी को लाइक शेयर सब्सक्राइब करे आप हमारे यूट्यूब चैनल मैं किसी भी राशि का राशिफल देख सकते है और बहुत से सरल उपाए बताये गए है जिनको आप अपने जीवन मैं करके अपने जीवन के दुःख दूर कर सकते है। हम आशा करते है हमारा उपाए आपके लिए जरूर फायदेमंद होगा।  प्रेम विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए अपनाएं ये ज्‍योतिषीय उपाय| आधुनिक जीवनशैली के साथ-साथ लोगों की सोच भी आधुनिक हो गई है लेकिन एक चीज़ है जो आज भी नहीं बदली है और वो है विवाह की रस्‍म। अब लोग प्रेम विवाह को ज्‍यादा महत्‍व देने लगे हैं। लेकिन ऐसा कतई भी जरूरी नहीं है कि आप प्रेम संबंध में हैं तो आपका प्रेम विवाह भी निश्चित ही होगा। हिंदू धर्म में 8 प्रकार के विवाह का विधान

प्रेम विवाह होगा सफल और कौन से कार्य कर सकते हैं, जानिए Love Marriage Sp...

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www.panditinindia.com गुरु अरविन्द जी  चमत्कारी टोने टोटके दोस्तों हमारे यूट्यूब चैनल गुरु अरविन्द जी को लाइक शेयर सब्सक्राइब करे और घंटी का बटन बेल्ल आइकॉन को दबाये जो हम आपके लिए और नयी नयी वीडियो ला सके। किसी भी उपाए को करने से पहले गुरु जी से अवश्य पूरी जानकरी लेने के बाद करे।   दोस्तों आप किसी भी राशि का राशिफल देखना चाहते है तो आप हमारे यूट्यूब चैनल गुरु अरविन्द जी को लाइक शेयर सब्सक्राइब करे आप हमारे यूट्यूब चैनल मैं किसी भी राशि का राशिफल देख सकते है और बहुत से सरल उपाए बताये गए है जिनको आप अपने जीवन मैं करके अपने जीवन के दुःख दूर कर सकते है। हम आशा करते है हमारा उपाए आपके लिए जरूर फायदेमंद होगा।  प्रीति योग में करें प्रेम विवाह, होगा सफल और कौन से कार्य कर सकते हैं, जानिए शुभ मुहूर्त या योग को लेकर मुहूर्त मार्तण्ड, मुहूर्त गणपति, मुहूर्त चिंतामणि, मुहूर्त पारिजात, धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु आदि शास्त्र हैं। हिन्दू पंचांग में मुख्य 5 बातों का ध्यान रखा जाता है। इन पांचों के आधार पर ही कैलेंडर विकसित होता है। ये 5 बातें हैं- 1. तिथि, 2. वार, 3. नक्षत्र, 4. योग और 5. करण। इन्हीं म